मध्य प्रदेश के किले व दुर्ग
1. ग्वालियर का किला
- स्थान-ग्वालियर
- निर्माणकर्ता- राजा सूरज सेन
- निर्माण काल- 525 ईसवी संभवत: उल्लेखनीय तथ्य- इस दुर्ग के 5 मुख्य द्वार पर गुजरी महल द्वार, हाथी पौड़ द्वार, हिंडोला द्वार ,आलमगीर द्वार, चतुर्भुज मंदिर द्वार है।
- इस किले में महत्वपूर्ण स्थापत्य कला सास बहू का मंदिर, तेली का मंदिर, बादल महल, गुजरी महल इत्यादि है। इस किले को किलो का रत्न या जिब्राल्टर ऑफ इंडिया कहा जाता है।
2. धार का किला
- स्थान- धार
- निर्माणकर्ता- सुल्तान मुहम्मद तुगलक पुनर्निर्माण
- निर्माण काल -1344 ईस्वी उल्लेखनीय तथ्य- यह किला पेशवा बाजीराव की जन्म स्थली रहा है।
- इस किले के महत्वपूर्ण स्थापत्य कलाओं में खरबूजा महल, कालका देवी का मंदिर, अब्दुल शाह का मकबरा इत्यादि है ।
3. असीरगढ़ का किला
- स्थान -असीरगढ
- निर्माणकर्ता -आसा (अहीर राजा) निर्माण काल- 10 वीं शताब्दी संभवत:
- उल्लेखनीय तथ्य-आशाराम नामक अहीर ने इस किले का निर्माण करवाया था ।
- इसे दक्षिण भारत का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है।
- इस किले के अंदर आशा देवी की प्रतिमा व मंदिर है ।
- 1601 ईसवी में अकबर ने छल से इस पर अधिकार कर लिया था।
- 10 वीं शताब्दी में निर्मित एक प्राचीन शिव मंदिर भी इसके लिए मैं है।
4. चंदेरी का किला
- स्थान- मुंगावली से 38 किलोमीटर दूर
- निर्माणकर्ता- प्रतिहार नरेश कीर्ति पाल
- निर्माण काल -11 वीं शताब्दी
- उल्लेखनीय तथ्य- इस किले के अंदर नोखड़ा महल, हवा महल, जौहर कुंड एवं खूनी दरवाजा स्थापत्य के प्रमुख उदाहरण हैं ।
5. गिन्नौरगढ़ दुर्ग
- स्थान- भोपाल से 60 किलोमीटर दूर
- निर्माणकर्ता-महाराजा उदयवर्मन निर्माण काल-13वीं शताब्दी
- उल्लेखनीय तथ्य-इस किले को भारत के सुदृढ़ दुर्गों में गिना जाता है।
- यह किला गौड़ शासकों के द्वारा बनाया गया तथा इसके अंदर भव्य महल दिलों का निर्माण किया गया था।
- इसके लिए के निकटवर्ती क्षेत्र में तोते बहुत पाए जाते हैं ।
6. रायसेन दुर्ग
- स्थान -रायसेन
- निर्माणकर्ता- राजा राज बसंती निर्माण काल -16 वीं शताब्दी
- उल्लेखनीय तथ्य- इस महल के अंदर बादल महल, रोहित महल, लक्ष्मी नारायण, मंदिर प्रमुख स्थापत्य कला के उदाहरण हैं ।
- इस महल में इत्रदार महल भी स्थित है।
- इस किले के अंदर एक दरगाह भी स्थापित है ।
7. बांधवगढ़ का किला
- स्थान- उमरिया स्टेशन से 30 किलोमीटर दूर
- निर्माणकर्ता- बघेलखंड के राजाओं द्वारा (व्याघ्र देव संभवत: )
- निर्माण काल -14 वी शताब्दी
- उल्लेखनीय तथ्य-कुछ मत मानते हैं कि यह राजा अजय पाल द्वारा निर्मित है।
- पन्ना रियासत के राजाओं का प्रमुख स्थापत्य कला राजा अमन का महल है।
- यहां पर पत्थरों पर नक्काशी की गई है ।
9. ओरछा दुर्ग
- स्थान- ओरछा
- निर्माणकर्ता -राजा वीर सिंह बुंदेला निर्माण काल -16 वीं शताब्दी
- उल्लेखनीय तथ्य-इस महल में चतुर्भुज मंदिर, राम मंदिर ,लक्ष्मी नारायण मंदिर, जहांगीर महल प्रसिद्ध स्थापत्य कला के उदाहरण है।
- जहांगीर महल भी इसी के लिए मैं स्थापित है
10. मंडला का दुर्ग
- स्थान- मंडला
- निर्माणकर्ता -राजा नरेंद्र शाह गौड़ नरेश
- निर्माण काल -16वीं शताब्दी
- उल्लेखनीय तथ्य-यह गोंड राजाओं की राजधानी रहा है।
- अकबर के आक्रमण के पूर्व रानी दुर्गावती की राजधानी रहा है ।
- मंडला के इस किले के अंदर राजराजेश्वरी की स्थापना निजाम शाह ने कराई थी ।
11. मंदसौर का किला
- स्थान- मंदसौर हिंगलाजगढ़ निर्माणकर्ता – अलाउद्दीन खिलजी निर्माण काल – 14वीं शताब्दी
- उल्लेखनीय तथ्य-इस किले में 12 द्वार हैं।
- इस किले के अंदर लोकेश्वर महादेव मंदिर स्थापत्य का उदाहरण है।
- यहां पर 500 वर्ष पुराना तपेश्वर महादेव का भी मंदिर है।
12. नरवर का किला
- स्थान -शिवपुरी के उत्तर में निर्माणकर्ता- राजा नल।
- निर्माण काल -14वीं शताब्दी।
- उल्लेखनीय तथ्य-राजा नल की राजधानी तथा कछवाहो एवं तोमर से संबंध रहा है ।
- नल दमयंती की प्रणय गाथाओं के लिए यह प्रसिद्ध है।